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Showing posts from May, 2022

1 जून: विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day)

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First Published: June 1, 2022 | Last Updated:June 1, 2022 संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization – FAO) द्वारा हर साल 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) मनाया जाता है । यह दिन डेयरी क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों के प्रति जागरूकता और ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है। मुख्य बिंदु 2001 में FAO द्वारा 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाने के लिए चुना गया था। इस दिन को इसलिए चुना गया था क्योंकि कई अन्य देश उस विशेष दिन पर दुग्ध दिवस मना रहे थे। भारत भारत दूध का सबसे बड़ा उत्पादक है। 2011 के सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 70% दूध के नमूने FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप थे। राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (National Milk Day) भारत 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाता है। यह दिन 26 नवंबर को मनाया जाता है क्योंकि यह वर्गीज कुरियन (Verghese Kurien) की जयंती है। उन्हें भारत में दुग्ध क्रांति के जनक के रूप में जाना जाता है। भारत में ऑपरेशन फ्लड (Operation Flood) शुरू कर

RBI Annual Report 2021-22 जारी की गई

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First Published: June 1, 2022 | Last Updated:June 1, 2022 भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में, केंद्रीय बैंक ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि वर्तमान वैश्विक जोखिमों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकवरी की संभावना है। रिपोर्ट के मुख्य बिंदु नकली करेंसी: 2020-21 में नकली नोटों में गिरावट देखी गई लेकिन 2021-22 में नकली नोटों में 10.7 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। भविष्य   की वृद्धि : RBI ने जोर देकर कहा है कि यदि आपूर्ति पक्ष की बाधाओं को दूर किया जाता है, तो भविष्य की वृद्धि सशर्त होगी, और मुद्रास्फीति को कम करने और पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने के लिए मौद्रिक नीति को तदनुसार कैलिब्रेट किया जाता है। रूस-यूक्रेन संकट का प्रभाव: रूस-यूक्रेन संकट के कारण, विश्व अर्थव्यवस्था मंदी में है और यह पहले से ही महामारी की कई लहरों के कारण पस्त थी जिसने लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर दिया था। इस संकट ने दुनिया भर में मुद्रास्फीति को भी बढ़ा दिया क्योंकि धातुओं, कच्चे तेल और उर्वरकों की कीमत आसमान छू रही हैं। बैंक धोखाधड़ी:

सरकार ने अपनी प्रमुख बीमा योजनाओं PMJJBY और PMSBY के लिए प्रीमियम बढ़ाये

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First Published: June 1, 2022 | Last Updated:June 1, 2022 सरकार ने 31 मई, 2022 को अपनी प्रमुख बीमा योजनाओं – प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) के लिए प्रीमियम बढ़ाया ताकि उन्हें आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाया जा सके। PMJJBY की प्रीमियम दर को बढ़ाकर 1.25 रुपये प्रति दिन कर दिया गया है, जो सालाना 330 रुपये से बढ़कर 436 रुपये हो गई है। PMSBY के लिए वार्षिक प्रीमियम को 12 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है। नई प्रीमियम दरें 1 जून, 2022 से प्रभावी हैं। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) यह एक जीवन बीमा योजना है जो किसी भी कारण से मृत्यु के लिए कवरेज प्रदान करती है। बचत बैंक या डाकघर में खाता रखने वाले 18-50 वर्ष के आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति इस योजना के तहत नामांकन के लिए पात्र है। यह 330 रुपये प्रति वर्ष के प्रीमियम के मुकाबले 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान करता है। PMJJBY की उपलब्धियां क्या हैं? 27 अप्रैल, 2022 तक PMJJBY के तहत कुल नामांकन 12 करोड़ से अधिक हो गया है और लगभग

मशहूर गायक केके (KK) का 53 वर्ष की उम्र में कोलकाता में निधन हुआ

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First Published: June 1, 2022 | Last Updated:June 1, 2022 बॉलीवुड गायक कृष्णकुमार कुनाथ, जिन्हें केके के नाम से जाना जाता है, का 31 मई, 2022 को 53 वर्ष की आयु में कोलकाता में निधन हो गया। उनके निधन पर देश के सभी गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है। मुख्य बिंदु दरअसल वे कोलकाता में एक कॉन्सर्ट में परफॉर्म करने गये थे। कॉन्सर्ट के बाद उनका निधन हो गया। फिलहाल उनकी मृत्यु के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है, पोस्टमोर्टेम के बाद कारणों की स्पष्ट जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। कृष्णकुमार कुनाथ (Krishnakumar Kunnath) कृष्णकुमार कुनाथ एक लोकप्रिय गायक थे, उनका जन्म 23 अगस्त, 1968 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था। हालाँकि उनका पालन पोषण मुख्यतः दिल्ली में हुआ। केके के अपने करियर में हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, मराठी, उड़िया, बंगाली, असमिया और गुजराती भाषाओँ में सैंकड़ों गाने गाये। उनके कुछ एक लोकप्रिय गाने इस प्रकार हैं : तड़प-तड़प, क्या मुझे प्यार है, आँखों में तेरी, खुदा जाने, पिया आये न, इंडिया वाले इत्यादि।     Categories: व्यक्तिविशेष करेंट अफेयर्स

June 1 Today in Indian History

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Historical Events Music Concert 1966 George Harrison is impressed by sitarist Ravi Shankar's concert in London Singer-Songwriter George Harrison Musician Ravi Shankar 1979 Vizianagaram district is formed in Andhra Pradesh, India. 1996 H. D. Deve Gowda becomes Prime Minister of India 2008 IPL Cricket Final, DY Patil Stadium, Mumbai: Rajasthan Royals win inaugural event; beat Chennai Super Kings by 3 wickets; Yusuf Pathan top scores with 56 (39) 2014 IPL Cricket Final, M Chinnaswamy Stadium, Bangalore: Kolkata Knight Riders beat Kings XI Punjab by 3 wickets; Manish Pandey, 94 (50) More Indian History Famous Birthdays 1965 India Allen, American Playboy playmate (December 1987, Playmate of the year 1988), born in Portsmouth Virginia 1970 R. Madhavan, Indian actor (Run, 3 Idiots), born in Jamshedpur, India Famous Deaths 1996 Sanjiva Reddy, Indian politician, sixth President of India (1977-82), dies at 83 https://myrevolution.in/today-in-histo

अंतरिक्ष के ‘कब्रिस्‍तान’ में वैज्ञानिकों ने खोजा रेडियो उत्‍सर्जन पैदा करने वाला न्यूट्रॉन तारा

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हमारी आकाशगंगा में असामान्य रेडियो उत्‍सर्जन पैदा करने वाले एक यूनीक न्यूट्रॉन की खोज ने खगोलविदों को हैरान कर दिया है। डेटा के विश्लेषण से रिसर्चर्स को पता चला है कि PSR J0941-4046 एक असामान्य न्यूट्रॉन तारा है, जो अन्य पल्सर की तुलना में बेहद धीमी गति से घूमता है। यह इसलिए भी खास है, क्योंकि यह न्यूट्रॉन स्टार ‘कब्रिस्तान' में रहता है। यह अंतरिक्ष में उस जगह को कहा जाता है जहां खगोलविद किसी भी रेडियो उत्सर्जन का पता लगाने की उम्मीद नहीं करते हैं। इस न्यूट्रॉन स्टार ने एक अजीब दिखने वाली फ्लैश उत्सर्जित की जो लगभग 300 मिलीसेकंड तक चली। यह फ्लैश एक न्यूट्रॉन स्टार जैसा दिखता था। रिसर्चर्स का दावा है कि यह पहले देखी गईं चीजों से एकदम अलग था। रिसर्चर्स ने उस एरिया का सर्वे करने के बाद कई और फ्लैशों का पता लगाया, लेकिन यह न्‍यूट्रॉन एकदम अलग निकला। रिसर्चर्स को लगता है कि उनकी खोज स्‍टीलर ऑब्‍जेक्‍ट्स के एक नए वर्ग के लिए रास्ता खोल सकती है।  सिडनी यूनिवर्सिटी की लेक्‍चरर मनीषा कालेब और उनके सहयोगियों ने साउथ अफ्रीका में मीरकैट रेडियो टेलीस्कोप का इस्‍तेमाल करते हुए मिल्की वे के ‘

अमेरिकी कंपनी ने दिखाया हाइपरसोनिक व्‍हीकल, दुनिया के सबसे बड़े एयरप्‍लेन से होगा लॉन्‍च

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एक अमेरिकी एयरोस्‍पेस कंपनी है स्ट्रैटोलांच (Stratolaunch)। यह हाई-स्‍पीड फ्लाइट टेस्‍ट सर्विसेज के लिए जानी जाती है। स्ट्रैटोलांच ने अबतक के सबसे बड़े हवाई जहाज ‘Roc कैरियर एयरक्राफ्ट' की पांचवीं उड़ान पूरी कर ली है और अब यह कंपनी एक हाइपरसोनिक व्‍हीकल (Talon-A) की टेस्टिंग के लिए तैयार है। इसे Roc कैरियर एयरक्राफ्ट से लॉन्‍च किया जाएगा। इस व्‍हीकल के बारे में सबसे पहले साल 2020 में सुना गया था। बताया जाता है कि इस हाइपरसोनिक व्‍हीकल को 35,000 फीट (10,668 मीटर) की ऊंचाई पर दुनिया के सबसे बड़े पंखों वाले Roc एयरक्राफ्ट से छोड़ा जाएगा। Roc एयरक्राफ्ट को भी स्ट्रैटोलांच ने ही डेवलप किया है।  हाल ही में कंपनी ने बताया है कि उसने Talon-A टेस्‍ट व्‍हीकल का स्‍ट्रक्‍चर पूरा कर लिया है। इसे TA-0 के रूप में जाना जाता है। space.com की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने बताया है कि TA-0 की सेपरेशन टेस्टिंग को पूरा करने के बाद कंपनी अपने इस पहले हाइपरसोनिक टेस्‍ट व्‍हीकल की उड़ान पर काम शुरू करेगी। स्ट्रैटोलांच के मुताबिक कंपनी ने एक तीसरे व्‍हीकल TA-2 का निर्माण भी शुरू कर दिया है। यह पहला रीयू

अमेरिका की बड़ी तैयारी : 2027 तक अंतरिक्ष में न्‍यूक्लियर पावर सिस्‍टम को करेगा टेस्‍ट, यह है मकसद

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अमेरिका अपने स्‍पेस प्रोग्राम्‍स को अलग लेवल पर ले जाने के लिए काम कर रहा है। यह देश अब अंतरिक्ष में न्‍यूक्लियर पावर सिस्‍टम्‍स को इस्‍तेमाल करने की योजना बना रहा है। अमेरिका की डिफेंस इनोवेशन यूनिट जिसे DIU के नाम से भी जाना जाता है, वह साल 2027 तक न्‍यूक्लियर पावर्ड प्रोटोटाइप की अंतरिक्ष में टेस्टिंग करने पर काम कर रही है। इसके लिए दो कंपनियों को कॉन्‍ट्रैक्‍ट भी सौंप दिया गया है। DIU ने जिन दो कंपनियों को चुना है, उनमें शामिल हैं एवलांच एनर्जी (Avalanche Energy) और अल्ट्रा सेफ न्यूक्लियर (Ultra Safe Nuclear)।  रिपोर्टों के अनुसार, इनमें से एवलांच एनर्जी स्‍पेसक्राफ्ट के लिए बिजली क्षमताओं के साथ नेक्‍स्‍ट जेन न्‍यूक्लियर प्रोपल्‍शन का प्रदर्शन करेगी। दोनों कंपनियां मिलकर ऐसे टेस्‍ट सॉल्‍यूशन विकसित करेंगी, जिससे आने वाले समय में छोटे स्‍पेसक्राफ्ट को पृथ्‍वी से चंद्रमा के बीच में ऑपरेट किया जा सके। देश के डिफेंस डिपार्टमेंट को अंतरिक्ष में अपने कार्यक्रम आगे बढ़ाने के लिए ये कंपनियां हाई-पावर पेलोड भी डेवलप करेंगी।  DIU में न्‍यूक्लियर प्रोपल्‍शन एंड पावर के प्रोग्राम मैनेजर

अंतरिक्ष में तैनात सबसे बड़ी दूरबीन खोलेगी पृथ्‍वी जैसे दो ग्रहों का राज!

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अमेरिकी स्‍पेस एजेंसी नासा (Nasa) ने पिछले साल दिसंबर में अंतरिक्ष में अबतक के सबसे बड़े टेलीस्‍कोप जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) को लॉन्‍च किया था। यह टेलीस्‍कोप वहां खुद को सेटअप करने की प्रक्रिया पूरी करने वाला है और जल्‍द अपना काम शुरू कर सकता है। खबरों की मानें, तो इस टेलीस्‍कोप ने एक नई चट्टानी दुनिया का पता लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि यह टेलीस्‍कोप 50 प्रकाश वर्ष दूर दो छोटे ग्रहों पर स्‍टडी करेगा।  space.com ने लिखा है कि मौजूदा टेलीस्‍कोप टेक्‍नॉलजी में गैसीय आवरण वाले ग्रहों के मुकाबले चट्टानी ग्रहों को देखना ज्‍यादा कठिन है। लेकिन जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप में लगे पावरफुल मिरर और डीप स्‍पेस लोकेशन की वजह से पृथ्‍वी से थोड़े बड़े दो ग्रहों को टटोलने का काम जल्‍द शुरू हो सकता है। खास बात यह है कि इन ग्रहों को ‘सुपर अर्थ' के रूप में जाना जाता है।    इन ग्रहों को भले ही सुपर अर्थ के तौर पर पहचाना  जाता है, लेकिन यहां जीवन मुमकिन नहीं है। इनमें से एक ग्रह तो बेहद गर्म लावा से ढका हुआ है, जिसका नाम 55 कैनरी ई है। वहीं दूसरे ग्रह का

31 मई: विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day)

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First Published: May 31, 2022 | Last Updated:May 31, 2022 विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) मनाया जाता है मुख्य बिंदु यह दिन तंबाकू के उपयोग के खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करता है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस की पहल को 1987 में WHO द्वारा अपनाया गया था। यह दिन तंबाकू के कारण होने वाली 8 मिलियन से अधिक मौतों की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है। महत्व विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार 15 और 24 वर्ष की आयु के लगभग 17% युवा धूम्रपान कर रहे हैं। एक व्यक्ति जो 20 साल की उम्र से पहले धूम्रपान करना शुरू कर देता है, उसके नशे की लत विकसित होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही इस दिन वर्ल्ड नो टोबैको अवॉर्ड्स भी बांटे जाते हैं। भारत में धूम्रपान करने वाले 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) ​ से ठीक पहले, Global Burden of Disease ने दुनिया भर में धूम्रपान करने वालों की संख्या पर एक अध्ययन प्रकाशित किया है। इस अध्ययन के अनुसार, भारत में 2019 में 15-24 आयु वर्ग के लगभग 2 करोड़

‘Road Accidents in India- 2020’ रिपोर्ट जारी की गई

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First Published: May 31, 2022 | Last Updated:May 31, 2022 ‘Road Accidents in India- 2020’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि 2019 की तुलना में 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में तेज गिरावट आई है। यह रिपोर्ट सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा जारी की गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के औसत की तुलना में कुल सड़क हादसों में 18.46% की कमी आई है। सड़क हादसों में होने वाली मौतों की संख्या में भी 12.84% की कमी आई और घायलों की संख्या में भी 22.84% की कमी आई है। 2020 में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा कितनी सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं? इस रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों ने वर्ष 2020 में कुल 3,66,138 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की हैं। रिपोर्ट की गई दुर्घटनाओं में 1,31,714 मौतें हुई हैं और 3,48,279 लोग घायल हुए हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या 2019 से 12.6% कम हो गई है। सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज करने वाले शीर्ष 10 राज्य हैं: तमिलनाडु

प्रोजेक्ट वर्तक (Project Vartak) के तहत नेचिफू सुरंग (Nechiphu Tunnel) का निर्माण : मुख्य बिंदु

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First Published: May 31, 2022 | Last Updated:May 31, 2022 सीमा सड़क संगठन (Border Road Organisation – BRO) ने 20 मई 2022 को अरुणाचल प्रदेश में नेचिफू सुरंग का उत्खनन कार्य पूरा कर लिया है । यह सुरंग परियोजना वर्तक के तहत BRO द्वारा बनाई जा रही है। इस सुरंग की आधारशिला राजनाथ सिंह ने 12 अक्टूबर 2020 को रखी थी। मुख्य बिंदु नेचिफू सुरंग 5,700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह 500 मीटर लंबी सुरंग है जो “डी-आकार” की है। यह सुरंग आधुनिक सुरक्षा सुविधाओं  से लैस होगी और दोतरफा यातायात को भी समायोजित करेगी। इस सुरंग का निर्माण नेचिफू दर्रे के आसपास अत्यधिक कोहरे की स्थिति को दरकिनार करने के लिए किया जा रहा है, जिसके कारण दशकों से सैन्य काफिले और सामान्य यातायात में बाधाएँ आती हैं। इस सुरंग में एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम होगा जिसमें शामिल हैं: ऑटो इल्यूमिनेशन सिस्टम अग्निशमन यंत्र निगरानी प्रणाली जो पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण (SCADA) द्वारा नियंत्रित होती हैं सुरंग में पैदल चलने वालों की सुरक्षा के लिए दोनों तरफ फुटपाथ भी होंगे और इस

ISRO लाया स्‍टूडेंट्स के लिए फ्री ऑनलाइन कोर्स, सर्टिफ‍िकेट भी मिलेगा, ऐसे करें आवेदन

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स्‍कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो गई हैं। इन छुट्टियों को हर कोई अपने तरीके से इस्‍तेमाल कर रहा है। कई स्‍कूल समर कैंप ऑर्गनाइज कर रहे हैं, तो बड़ी संख्‍या में स्‍टूडेंट्स एक महीने के अलग-अलग ट्रेनिंग काेर्सेज में भी दाखिला ले रहे हैं। अगर आपकी दिलचस्‍पी स्‍पेस साइंस और टेक्‍नॉलजी में है, तो आप इंडियन स्‍पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी इसरो (ISRO) के फ्री ऑनलाइन कोर्स में भाग ले सकते हैं। आज हम आपको इस कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।       इसरो ने स्‍टूडेंट्स के लिए एक फ्री ऑनलाइन कोर्स का ऐलान किया है। इसका नाम है- ‘ओवरव्‍यू ऑफ स्‍पेस साइंस एंड टेक्‍नॉलजी'। इस कोर्स के जरिए स्‍टूडेंट्स को स्‍पेस साइंस और टेक्‍नॉलजी के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। इंडियन स्‍टूडेंट्स के साथ-साथ विदेशी स्‍टूडेंट्स भी इसमें हिस्‍सा ले सकते हैं। इस कोर्स को इंडियन इंस्टि‍ट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (IIRS) की ओर से मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (MOOC) तौर पर आयोज‍ित किया जा रहा है।    कब से होगी शुरुआत  ‘ओवरव्‍यू ऑफ स्‍पेस साइंस एंड टेक्‍नॉलजी' कोर्स की शुरुआत 6 जून से होगी

2022 अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार : मुख्य बिंदु

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First Published: May 31, 2022 | Last Updated:May 31, 2022 भारतीय लेखिका गीतांजलि श्री ने अमेरिकी अनुवादक डेज़ी रॉकवेल के साथ “Tomb of Sand” नामक पुस्तक के लिए 2022 का अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीता है। यह पुस्तक मूल रूप से हिंदी में लिखी गई है और यह किसी भी भारतीय भाषा की पहली पुस्तक है जिसे यह हाई-प्रोफाइल पुरस्कार मिला है।  यह पुरस्कार दुनिया भर के उन उपन्यासों को मान्यता देता है जिनका अंग्रेजी भाषा में अनुवाद किया गया है। इस पुरस्कार में 50,000 पाउंड (63,000 डॉलर) की पुरस्कार राशि है, जिसे रॉकवेल और श्री के बीच विभाजित किया जाएगा। मुख्य बिंदु  पुस्तक का मूल नाम “रेत समाधि” है। यह किताब एक 80 वर्षीय महिला की कहानी है जो अपने पति के निधन के बाद गहरे अवसाद का अनुभव करती है। आखिरकार, मुख्य किरदार अपने अवसाद पर काबू पाता है और 1947 के विभाजन के दौरान अपने पीछे छोड़े गए अतीत का सामना करने के लिए पाकिस्तान जाने का फैसला करता है। अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार ( International Booker Prize) अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार प्रतिवर्ष आयरलैंड या यूके में प

May 31 Today in Indian History

Historical Events 1935 7.7 magnitude earthquake destroys Quetta in Balochistan, British India (now Pakistan) killing an estimated 40,000 people 1965 12th National Film Awards (India): "Charulata" wins the Golden Lotus More Indian History Famous Birthdays 1863 Francis Younghusband, British journalist and explorer (1904 British expedition to Tibet), born in Murree, British India (d. 1942) https://myrevolution.in/today-in-history/may31today-in-indian-history/?feed_id=24244&_unique_id=6295630107c19

आज रात आसमान में हो सकती है शानदार उल्‍का बौछार, देख सकते हैं ऑनलाइन भी

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आसमान में होने वाली घटनाओं में दिलचस्‍पी रखने वाले लोगों के लिए आज और कल की रात बेहद अहम होने वाली है। 30-31 मई की रात में दुनिया एक उल्‍का बौछार (meteor shower) को एक्‍सपीरियंस कर सकती है। ताऊ हरक्यूलिड्स नाम की यह उल्‍का बौछार इसी नाम के एक तारे से आती है, जिसका मुख्‍य धूमकेतु (comet) SW3 है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) पिछले हफ्ते इस उल्‍का बौछार का अनुमान लगाया था। अगर आपके क्षेत्र में मौसम संबंधी रुकावटें हैं या फ‍िर आप रात को घर से बाहर नहीं निकलना चाहते, तब भी आप इस संभावित उल्‍का बौछार को अनुभव कर सकते हैं।   ताऊ हरक्यूलिड्स (tau Herculids) उल्का बौछार के बारे में कहा जाता है कि सोमवार की पूरी रात प्रति घंटे 1,000 ‘उल्‍का तूफान' दिखाई दे सकते हैं। इसकी वजह है कि पृथ्‍वी एक धूमकेतु SW3 के मलबे से गुजरने वाली है। हालांकि वैज्ञानिक इसके बारे में अभी तक पूरी तरह आश्‍वस्‍त नहीं हैं। अगर धूमकेतु का मलबा उससे अलग हो जाता है, तभी दुनिया एक बेहतरीन उल्‍का बौछार का अनुभव कर पाएगी। बताया जाता है कि यह पिछले 20 साल की सबसे बेहतरीन उल्‍का बौछार हो सकती है या फ‍िर कुछ भी ना द

कार्डियक अटैक के बाद हमारा हार्ट खुद कर सकता है अपना ‘इलाज’, नई स्‍टडी में दावा

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इंसान का शरीर ऐसे सिस्‍टम पर काम करता है, जिसमें वह खुद की देखभाल कर सकता है। वैज्ञानिक इस बात पर रिसर्च कर रहे हैं कि हार्ट अटैक के बाद शरीर खुद को कैसे रिपेयर करता है। वैज्ञानिकों का मकसद उस नजरिए को सामने लाना है, जो ज्‍यादा प्रभावी कार्डियोवैस्कुलर थेरेपी के बारे में बताएगा। फ‍िलहाल एक नई रिसर्च में यह पता चला है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (immune response) और लसीका प्रणाली (lymphatic system यह हमारे इम्‍युन सिस्‍टम का हिस्‍सा होता है) हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचने के बाद उसकी मरम्मत करने की क्षमता रखते हैं। इसमें मैक्रोफेज की अहम भूमिका होती है। यह ऐसी विशेष कोशिकाएं हैं, जो बैक्टीरिया को खत्म कर सकती हैं। रिसर्च में पता चला है कि दिल का दौरा पड़ने के बाद मैक्रोफेज यानी विशेष कोशिकाएं VEGFC नाम का एक खास प्रकार का प्रोटीन रिलीज करती हैं। ये विशेष कोशिकाएं पीडि़त व्‍यक्ति के शरीर में मृत ऊतक या टिशू को ‘खाने' के लिए उसके हार्ट में जाती हैं। जहां वह वीईजीएफसी पैदा करती हैं। यह हार्ट से जुड़े इलाज में शरीर की मदद करता है।  दिल को पूरी तरह से ठीक करने के लिए मृ

आप और हम पृथ्‍वी को ‘बर्बादी’ की ओर ले जा रहे! यह एकदिन अराजक हो जाएगी

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एक नई स्‍टडी में बताया गया है कि इंसान ना सिर्फ पृथ्‍वी को गर्म कर रहे हैं, बल्कि उसे अस्‍त-व्‍यस्‍त भी बना रहे हैं। जलवायु परिवर्तन अब कोई नई बात नहीं है। तमाम शोध इस मुहर लगा चुके हैं और यह भी साबित हो गया है कि जलवायु परिवर्तन के लिए इंसान ही काफी हद तक जिम्‍मेदार है। अब यह नई रिसर्च सामने आई है। 21 अप्रैल को इसे प्रीप्रिंट डेटाबेस arXiv पर पोस्‍ट किया गया था। इसमें इंसानी गतिविधि के क्‍लाइमेट पर असर की बात की गई है। जो निष्‍कर्ष सामने आए हैं, वो बिलकुल भी बेहतर नहीं हैं।  पुर्तगाल में पोर्टो यूनिवर्सिटी के फ‍िजिक्‍स और एस्‍ट्रोनॉमी डिपार्टमेंट के साइंटिस्‍ट इस स्‍टडी को लेखक हैं। उन्‍होंने समझाने की कोशिश की है कि अगर इंसान जलवायु परिवर्तन पर कदम नहीं उठाता है, तो वह कहां पहुंच जाएगा। स्‍टडी के अनुसार, अगर पृथ्‍वी का व्‍यवहार अराजक (chaotic) क्षेत्र में आ जाता है, तो हम जलवायु परिवर्तन से पार नहीं पा पाएंगे और सूखा, भयानक गर्मी, बारिश-बाढ़ जैसी घटनाओं को एक्‍स्‍ट्रीम लेवल पर झेलेंगे।    स्‍टडी के अनुसार, पृथ्वी समय-समय पर जलवायु पैटर्न में बड़े पैमाने पर बदलाव का अनुभव करती है

UPSC IAS 2021 Result : श्रुति शर्मा (Shruti Sharma) बनीं टॉपर

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First Published: May 30, 2022 | Last Updated:May 30, 2022 संघ लोक सेवा आयोग ने हाल ही में IAS परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस परीक्षा में श्रुति शर्मा ने टॉप किया है। जबकि अंकिता अगरवाल ने दूसरा और गामिनी सिंगला ने तीसरा स्थान हासिल किया है। इस बार के टॉप 4 स्थानों पर लड़कियों ने कब्ज़ा करके इतिहास रच दिया है। टॉपर की सूची श्रुति शर्मा अंकिता अगरवाल गामिनी सिंगला ऐश्वर्य वर्मा उत्कर्ष द्विवेदी यक्ष चौधरी सम्यक जैन इशिता राठी प्रीतम कुमार हरकीरत सिंह रंधावा Categories: राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स Tags:Hindi Current Affairs , Hindi News , Shruti Sharma , UPSC IAS 2021 Result , श्रुति शर्मा https://myrevolution.in/current-affair-hindi/upsc-ias-2021-result-%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%a4%e0%a4%bf-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be-shruti-sharma-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%9f%e0%a5%89/?feed_id=24215&_unique_id=6294963e751da

30 मई : गोवा का राज्यत्व दिवस (Goa Statehood Day)

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First Published: May 30, 2022 | Last Updated:May 30, 2022 30 मई, 2022  को गोवा अपना स्थापना दिवस मना रहा है। गोवा भारत में शामिल होने वाला 25 वां  राज्य था । इतिहास 15 अगस्त 1947 को जैसे ही भारत को स्वतंत्रता मिली, भारत ने पुर्तगालियों से उनके क्षेत्रों को सौंपने का अनुरोध किया। हालांकि, पुर्तगालियों ने इनकार कर दिया। 1961 में, भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय (Operation Vijay) शुरू किया और दमन  व दीव, द्वीपों और गोवा को भारतीय मुख्य भूमि के साथ जोड़ लिया। 30 मई 1987 को इस क्षेत्र को विभाजित किया गया और गोवा का गठन किया गया। दमन और दीव केंद्र शासित प्रदेश बने रहे। कोंकणी गोवा की राजभाषा है। इतिहास में गोवा की भूमिका गोवा ने भिक्षुओं और मिशनरियों को आकर्षित किया जिन्होंने गोवा की संस्कृति में बहुत छाप छोड़ी। इसके अलावा, गोवा 1370 में विजयनगर साम्राज्य का हिस्सा था और बाद में बीजापुर सल्तनत का भी हिस्सा रहा। गोवा में पुर्तगाली पुर्तगालियों ने 1510 में अफोंसो डी अल्बुकर्क (Afonso de Albuquerque) के नेतृत्व में गोवा पर विजय प्राप्त की। जैसे ही उन्होंने ग

केंद्र सरकार ने चीनी के निर्यात पर रोक लगाई

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First Published: May 30, 2022 | Last Updated:May 30, 2022 केंद्र सरकार ने चीनी सीजन 2021-22 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान देश में चीनी की उपलब्धता बढ़ाने और मूल्य वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए 1 जून, 2022 से चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है । आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर के त्योहारी सीजन में चीनी की मांग बढ़ जाती है और इसलिए सरकार इसकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्य बिंदु  विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) द्वारा जारी इस अधिसूचना के अनुसार, चीनी (कच्ची, परिष्कृत और सफेद चीनी) के निर्यात को 1 जून, 2022 से प्रतिबंधित श्रेणी में रखा गया है। हालाँकि, ये प्रतिबंध CXL और टैरिफ रेट कोटा (TRQ) के तहत यूरोपीय संघ (EU) और अमेरिका को निर्यात की जाने वाली चीनी पर लागू नहीं होते हैं।  सरकार की प्राथमिकता घरेलू बाजार में उचित दर पर खपत के लिए चीनी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करना और अधिक चीनी को इथेनॉल उत्पादन में बदलना है। हालांकि, किसान निर्यात नियंत्रण को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उन्हें निर्यात नियंत्रण का बहाना बताते हुए व्यापारि

First Movers Coalition में शामिल हुआ भारत, जानिए First Movers Coalition क्या है?

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First Published: May 30, 2022 | Last Updated:May 30, 2022 भारत हाल ही में एक वैश्विक सार्वजनिक-निजी भागीदारी पहल में शामिल हुआ, जिसे फर्स्ट मूवर्स कोएलिशन (First Movers Coalition) कहा जाता है। मुख्य बिंदु  यह पहल अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन और विश्व आर्थिक फोरम (WEF) द्वारा COP26 में शुरू की गई थी। इसमें 8.5 ट्रिलियन अमरीकी डालर के सामूहिक बाजार पूंजीकरण के साथ 50 नए कॉर्पोरेट सदस्य शामिल हुए। फर्स्ट मूवर्स गठबंधन का उद्देश्य भारी उद्योग और लंबी दूरी के परिवहन क्षेत्रों जैसे सबसे अधिक कार्बन-गहन क्षेत्रों को डीकार्बोनाइज़ करना है, जो वैश्विक उत्सर्जन के 30% के लिए जिम्मेदार हैं। यह उम्मीद की जाती है कि इन क्षेत्रों से उत्सर्जन मध्य शताब्दी तक लगभग 50% तक बढ़ जाएगा जब तक कि स्वच्छ प्रौद्योगिकी नवाचार पर तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती। फर्स्ट मूवर्स गठबंधन के लक्षित क्षेत्रों में एल्यूमीनियम, विमानन, रसायन, कंक्रीट, शिपिंग, स्टील और ट्रकिंग शामिल हैं। कौन से देश इस गठबंधन में शामिल हुए और उनकी प्रतिबद्धताएं क्या हैं? भारत के अलावा, डेनमार्क, इट

स्टेट ऑफ ग्लोबल क्लाइमेट रिपोर्ट (State of Global Climate Report) 2021 जारी की गई

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First Published: May 30, 2022 | Last Updated:May 30, 2022 विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट रिपोर्ट 2021 जारी की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, चार प्रमुख जलवायु परिवर्तन संकेतक जो समुद्र के स्तर में वृद्धि, ग्रीनहाउस गैस सांद्रता, महासागर अम्लीकरण और समुद्र की गर्मी हैं, ने 2021 में नए रिकॉर्ड बनाए। इससे पता चलता है कि मानवीय गतिविधियाँ महासागर, भूमि और वातावरण के स्तर में परिवर्तन का कारण बन रही हैं।  चरम मौसम (E xtreme Weather) चरम मौसम के कारण, दुनिया को सैकड़ों अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है। इसने मनुष्यों के जीवन और उनकी भलाई पर भी भारी असर डाला है और वर्ष 2022 में पानी और खाद्य विस्थापन और सुरक्षा के लिए झटके पैदा किए हैं। इस रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि पिछले सात साल सबसे गर्म दर्ज किए गए सात साल हैं। 2021 में, औसत वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से लगभग 1.11 (± 0.13) डिग्री सेल्सियस ऊपर था। इस रिपोर्ट में किन संगठनों ने योगदान दिया है? इस रिपोर्ट में कई विशेषज्ञों ने योगदान दिया है जिनमें शामिल हैं: र

आईएनएस निर्देशक (INS Nirdeshak) को लांच किया गया

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First Published: May 30, 2022 | Last Updated:May 30, 2022 आईएनएस निर्देशक, भारतीय नौसेना के चार सर्वेक्षण वेसल (SVL) परियोजनाओं में से दूसरा जहाज है, जिसे L&T के सहयोग से गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा बनाया जा रहा है, जिसे चेन्नई के कट्टुपल्ली में लॉन्च किया गया है। SVL जहाजों की विशेषताएं इन जहाजों को 18 समुद्री मील की अधिकतम गति और 14 समुद्री मील की क्रूज गति पर संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। संध्याक श्रेणी के सर्वेक्षण जहाजों को SVL जहाजों द्वारा रीप्लेस किया जाएगा। SVL जहाजों को नई पीढ़ी के हाइड्रोग्राफिक उपकरणों से सुसज्जित किया गया है ताकि वे समुद्र संबंधी डेटा एकत्र कर सकें। यह जहाज एक हेलीकॉप्टर के साथ चार सर्वेक्षण मोटरबोट ले जाने में सक्षम होंगे। SVL जहाजों की प्राथमिक भूमिका नौवहन चैनलों और बंदरगाहों के गहरे पानी और तटीय सर्वेक्षण करने की होगी। इन जहाजों का उपयोग नागरिक और रक्षा अनुप्रयोगों के लिए भूभौतिकीय और समुद्र संबंधी डेटा एकत्र करने के लिए भी किया जाएगा। इन जहाजों की माध्यमिक भूमिका आ

May 30 Today in Indian History

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Historical Events Historic Event 1510 Portuguese forces under Afonso de Albuquerque abandon Goa after its former ruler Yusuf Adil Shah, the Muslim King of Bijapur reconquers the city Admiral and Duke of Goa Afonso de Albuquerque 1962 69 killed in bus crash (Ahmedabad India) Historic Event 2019 Narendra Modi sworn in for a second term as Indian Prime Minister in New Delhi with 8,000 guests at largest-ever gathering at the Presidential Palace 15th Prime Minister of India Narendra Modi More Indian History Famous Birthdays 1950 Paresh Rawal, Indian Bollywood actor (Woh Chokri, Woh Chokri), born in Bombay, India 1970 Ness Wadia, Indian industrialist https://myrevolution.in/today-in-history/may30today-in-indian-history/?feed_id=24186&_unique_id=6294112689398

अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने सौर मंडल के बाहर खोज निकाला पृथ्वी से 4 गुना बड़ा ग्रह, जहां 1 साल है बस 11 दिन का!

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हाल ही में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक एग्जोप्लेनेट (ऐसा ग्रह जो सौरमंडल के बाहर किसी तारे का चक्कर लगाता हो) या सुपरअर्थ (super-Earth) की खोज की है जो हमारे प्लेनेट यानि पृथ्वी से 4 गुणा बड़ा है। खगोलविदों ने इसे Ross 508 b नाम दिया है। यह भी पृथ्वी की तरह एक सूर्य जैसे तारे के गिर्द चक्कर लगाता है जिसका नाम Ross 508 बताया गया है। यह 36.5 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है इसलिए नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि यह Ross 508 के हैबिटेबल जोन (तारे के समीप बने रहने योग्य जगह) में है। इस स्टडी को नाम दिया गया है- "M4.5 डवार्फ रॉस 508 के अंतरूनी छोर के पास हैबिटेबल जोन में घूमती सुपर अर्थ।" स्टडी को पब्लिकेशंस ऑफ द एस्ट्रॉनोमिकल सोसाइटी ऑफ जापान नाम के जर्नल में प्रकाशित करने के लिए स्वीकार किया गया है। Ross 508 b प्लेनेट तारे के पास उस दूरी पर घूमता है जिससे कि ग्रह पर पानी के बनने योग्य तापमान बना रहे। इससे पता चलता है कि रॉस 508 बी अपने तारे के हैबिटेबल जोन में है।  हालांकि, केवल हैबिटेबल जोन में चक्कर लगाने का ये मतलब नहीं है कि ग्रह पर जीवन होगा। यूं तो, म

53 साल पहले चंद्रमा से लाई गई जिस मिट्टी को कॉकरोचों ने खाया था वह नीलाम होगी, जानें इस अनोखे ऑक्‍शन के बारे में

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एक ऑक्शन हाउस चांद की धूल की नीलामी कर रहा है। चांद की इस मिट्टी को पृथ्वी पर 1969 में Apollo 11 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लाया गया था। Apollo 11 नासा का पहला स्पेस मिशन था, जिसमें इंसानों को पृथ्वी से बाहर ले जाया गया था। खास बात यह है कि चंद्रमा से लाई गई इस धूल को कॉकरोच के पेट से निकाला गया था। ऑक्शन हाउस ने जानकारी दी है कि नीलामी में चंद्रमा की धूल (Moon dust) के साथ-साथ तीन कॉकरोच भी मिलेंगे, जिनके पेट से इस धूल को निकाला गया है। आप सोच रहे होंगे कि चांद से आई मिट्टी कॉकरोच तक कैसे पहुंची। दरअसल, कॉकरोच को यह मिट्टी खिलाई गई थी।  RR Auction नाम के एक ऑक्शन हाउस ने जानकारी दी है कि मून डस्ट की नीलामी की बिडिंग शुरू हो गई है। कॉकरोच के द्वारा खाई गई इस धूल का ऑक्शन इस हाउस की सबसे दुर्लभ नीलामियों में से एक है। ऑक्शन हाउस का कहना है कि इस ऑक्शन की बिडिंग 23 जून तक चलेगी। RR Auction के कार्यकारी वाइस प्रेसिडेंट बॉबी लिविंगस्टन ने Collect Space पब्लिकेशन को बताया "जब भी हम अपोलो 11 से किसी चीज का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से रोमांचकारी होता है, क्योंकि