पेरू ने तेल रिसाव के कारण पर्यावरण आपातकाल (Environmental Emergency) की घोषणा की
First Published: January 25, 2022 | Last Updated:January 25, 2022 पेरू एक दक्षिण अमेरिकी देश है। पेरू सरकार ने हाल ही में तेल रिसाव के कारण पर्यावरण आपातकाल की घोषणा की। यह आपातकाल 90 दिनों तक चलेगा। मुख्य बिंदु प्रशांत महासागर में करीब 6000 बैरल तेल गिरा है। स्पेन की एनर्जी फर्म रेप्सोल (Repsol) का एक टैंकर पेरू में वेंटिनाला रिफाइनरी में तेल ले जा रहा था। इस टैंकर का नाम “मारे डोरिकम” है। यह एक इतालवी टैंकर है। तेल रिसाव समुद्र के भीतर ज्वालामुखी टोंगा के विस्फोट के कारण हुआ। नासा के अनुसार, टोंगा ज्वालामुखी विस्फोट परमाणु बम से भी ज्यादा शक्तिशाली है। विस्फोट से आई सुनामी लहरें तेल रिसाव का कारण बनीं। नुकसान इस तेल रिसाव ने बड़ी संख्या में समुद्री वन्यजीवों की जान ले ली है। इसने स्थानीय मछुआरों पर भारी प्रभाव डाला है। साथ ही इसका असर पर्यटन क्षेत्र पर भी काफी हद तक पड़ रहा है। तेल रिसाव से लगभग 2,384 घन मीटर रेत प्रभावित हुई है। इसके कारण कुल आर्थिक नुकसान 50 मिलियन डालर से अधिक होने का अनुमान है। इससे करीब 713 हेक्टेयर समुद्र प्रभावित हुआ है।