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हमारी आकाशगंगा के अंदर एक और गैलेक्‍सी? इस तस्‍वीर ने वैज्ञानिकों को भी हैरान किया

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रहस्‍यों से भरा हमारा ब्रह्मांड हर रोज कुछ नए आयाम पेश करता है। अब खगोलविदों ने हमारी आकाशगंगा के केंद्र में एक ऑब्‍जेक्‍ट को देखा है। यह एक छोटी सर्पिल आकार की आकाशगंगा लगती है। लेकिन ज्‍यादा संभावना इस बात की है कि यह एक तारा है। बताया जाता है कि यह तारा धूल से भरे गैलेक्टिक सेंटर में पृथ्‍वी से लगभग 26,000 प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित है। यह तारा सूर्य से लगभग 32 गुना बड़ा है और वहां एक घूमती हुई गैस की विशाल डिस्‍क के अंदर बैठता है।  लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, इस डिस्‍क को ‘प्रोटोस्टेलर डिस्क' के रूप में जाना जाता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रह्मांड में इस तरह की डिस्‍क व्‍यापक रूप से फैली हुई हैं। ये तारों के लिए फ्यूल का काम करती हैं और युवा तारों को लाखों साल में एक बड़ा और चमकीला सूरज बनने में मदद करती हैं। लेकिन खगोलविदों ने ऐसा पहले कभी नहीं देखा कि एक आकार में एक छोटी आकाशगंगा दिखने वाली यह चीज हमारी आकाशगंगा के केंद्र में खतरनाक तरीके से परिक्रमा कर रही हो।  सवाल उठता है कि यह छोटी सर्पाकार आकृति कैसे आई और क्‍या ऐसी और भी हैं। नेचर एस्‍ट्रोनॉमी में प्रक

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में आती है भयंकर बदबू, वजह जानकर नहीं रुकेगी आपकी ‘हंसी’

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इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) को अंतरिक्ष में यात्रियों का घर कहा जाता है। यात्री जब स्‍पेस स्‍टेशन के लिए उड़ान भरते हैं, तो पृथ्‍वी पर लाखों लोगों के लिए यह कौतुहल होता है कि वह वहां किस तरह से रहते होंगे। अंतरिक्ष में यात्रियों के पास तमाम सुविधाएं होती हैं, इसके बावजूद एक समस्‍या उन्‍हें सताती है। स्‍पेस स्‍टेशन में लंबा वक्‍त गुजारने वाले एक यात्री ने इसका खुलासा किया है, जिसके बारे में जानकर आपके चेहरे पर भी मुस्‍कुराहट बिखर जाएगी। अंतरिक्ष यात्री ने बताया है कि इंटरनेशनल स्‍पेस स्टेशन से एक ‘बारबेक्यू' की तरह बदबू आती है, क्योंकि ऑर्बिट में अंतरिक्ष यात्री ज्‍यादा गैस पास करते हैं।  डेली स्‍टार की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में स्‍पेस स्टेशन पर 186 दिन बिताने वाले 50 वर्षीय टिम पीक ने एक पॉडकास्ट के दौरान 8 साल के बच्चे द्वारा पूछे गए एक सवाल में जवाब में यह हैरान करने वाली बात बताई।   टिम पीक से पूछा गया था कि स्‍पेस स्‍टेशन में हेलमेट पहनने के बाद अंतरिक्ष में डकार आना उन्‍हें कैसा लगता है? टिम ने कहा कि यह एक अच्‍छा सवाल है। उन्‍होंने खुलासा किया कि वास्‍तव में यात्

द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) कौन हैं?

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First Published: June 22, 2022 | Last Updated:June 22, 2022 हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामित किया है। चुनाव जीतने के बाद वे भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं। उनका जन्म 20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ था। वे आदिवासी समाज से सम्बंधित हैं। उन्हें 1997 में रायरंगपुर नगरपंचायत का कौंसिलर चुना गया था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन (स्वतंत्र प्रभार) और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थीं। वह भारतीय राज्य में राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने व

भारतीय नौसेना का ऑपरेशन संकल्प (Operation Sankalp) : मुख्य बिंदु

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First Published: June 22, 2022 | Last Updated:June 22, 2022 भारतीय नौसेना का स्टेल्थ फ्रिगेट INS तलवार, वर्तमान में “ऑपरेशन संकल्प” के लिए तैनात है। यह फ्रिगेट भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा के लिए खाड़ी में भारतीय नौसेना की उपस्थिति के लगातार तीसरे वर्ष का स्मरण कर रहा है। ऑपरेशन संकल्प (Operation Sankalp) भारतीय नौसेना ने ओमान की खाड़ी में व्यापारी जहाजों पर हमलों के बाद क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बाद 19 जून, 2019 को खाड़ी क्षेत्र में ऑपरेशन संकल्प शुरू किया था। यह होर्मुज जलडमरूमध्य से गुजरने वाले भारतीय ध्वज वाले जहाजों के सुरक्षित मार्ग को सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया था। यह ऑपरेशन विदेश मंत्रालय, जहाजरानी मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय सहित हितधारकों के साथ मिलकर चलाया जाता है। इसके तहत भारतीय नौसेना खाड़ी क्षेत्र की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। यह समुद्री व्यापार की सुरक्षा के साथ-साथ भारतीय ध्वज वाले व्यापारी जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस क्षेत्र में उपस्थिति बनाए ह

कोंकण रेलवे नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण किया गया

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First Published: June 22, 2022 | Last Updated:June 22, 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को कोंकण रेलवे  मार्ग के 100% विद्युतीकरण को समर्पित करेंगे। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रत्नागिरी, मडगांव और उडुपी से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलने वाली ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। कोंकण रेलवे का विद्युतीकरण कोंकण रेलवे ने मार्च 2022 में मुंबई के पास रोहा से मंगलुरु के ठोकुर तक अपने 741 किमी के मार्ग का विद्युतीकरण किया था। 741 किलोमीटर के नेटवर्क को 28 मार्च, 2022 को ट्रेनों के संचालन के लिए प्रमाणित किया गया था। यह भारत के रेलवे विद्युतीकरण के सबसे बड़े हिस्सों के हरित परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कोंकण रेलवे भारतीय रेलवे नेटवर्क पर भारत के सबसे बड़े रेलवे मार्गों में से एक है। इस रूट पर चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन वाली ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इस मार्ग के विद्युतीकरण से ईंधन व्यय में 150 करोड़ रुपये की बचत होने की संभावना है। कोंकण रेलवे कोंकण रेलवे का संचालन कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन द्वारा किया जाता है। इसका मुख्यालय

June 22 Today in Indian History

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Historical Events 1944 British 14th Army frees Imphal, Assam from the Japanese Historic Event 1946 Speaking at a prayer meeting in New Delhi, Gandhi calls on the South African government to stop 'hooliganism' by Whites Pacifist and Spiritual Leader Mahatma Gandhi 2012 Cult Bollywood film "Gangs of Wasseypur Part 1" directed by Anurag Kashyap is released in India More Indian History Famous Birthdays 1932 Amrish Puri, Indian actor (Indiana Jones and the Temple of Doom- Mola Ram, Mr. India- Mogambo), born in Lahore, Punjab (d. 2005) Vijay 1974 [C. Joseph] Vijay, Indian actor and singer (Poove Unakkaga), born in Madras (now Chennai), India Actor and Singer Vijay 1975 Laila Rouass, Moroccan-Indian actress Famous Deaths 1699 Josiah Child, English Governor of the East India Company (b. 1630) https://myrevolution.in/today-in-history/june22today-in-indian-history/?feed_id=25220&_unique_id=62b26ef7c921d

इंसान अपने शरीर के इस अंग से भी ले सकते हैं सांस, जानकर रह जाएंगे दंग

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वैज्ञानिकों द्वारा तरह-तरह की स्टडी की जाती है, जिसमें कई ऐसे तथ्य सामने आते हैं, जो आपको चौंका सकते हैं। एक लेटेस्ट स्टडी में भी ऐसी जानकारी निकलकर सामने आई है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे, या यूं कहो की आप उसे मानने के लिए शायद राजी भी न हो। वैज्ञानिकों की एक टीम ने पता लगाया है कि गुदा से सांस लेना संभव है। जी हां, आपने सही पढ़ा, इस स्टडी में दावा किया गया है कि यह खोज भविष्य में इंसानों की भी जान बचाने के काम आएगी। Science Direct ने MED में पब्लिश एक रिसर्च का हवाला देते हुए बताया कि गुदा से सांस लेना भी संभव है। वैज्ञानिकों के एक समूह ने कछुओं के धीमे मेटाबॉलिज्म के आधार पर सूअरों और चूहों पर कई प्रयोग किए। इसमें म्यूकोसल लाइनिंग को पतला करने के लिए जानवरों की आंतों को साफ किया गया, जिससे खून के प्रवाह में बाधा को कम किया जा सके। इसके बाद उन जानवरों को एक ऐसे कमरे में रखा गया जहां ऑक्सीजन नहीं थी। ऐसा माना जाता है कि क्योंकि कछुओं के पास इस तरह की परत होती है, वे अपने गुदा के जरिए सांस लेने में सक्षम होते हैं, जिसकी वजह से वो सर्दियों में जीवित रहने में सक्षम होते हैं। रिपोर्ट