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Showing posts from June, 2022

हमारी आकाशगंगा के अंदर एक और गैलेक्‍सी? इस तस्‍वीर ने वैज्ञानिकों को भी हैरान किया

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रहस्‍यों से भरा हमारा ब्रह्मांड हर रोज कुछ नए आयाम पेश करता है। अब खगोलविदों ने हमारी आकाशगंगा के केंद्र में एक ऑब्‍जेक्‍ट को देखा है। यह एक छोटी सर्पिल आकार की आकाशगंगा लगती है। लेकिन ज्‍यादा संभावना इस बात की है कि यह एक तारा है। बताया जाता है कि यह तारा धूल से भरे गैलेक्टिक सेंटर में पृथ्‍वी से लगभग 26,000 प्रकाशवर्ष की दूरी पर स्थित है। यह तारा सूर्य से लगभग 32 गुना बड़ा है और वहां एक घूमती हुई गैस की विशाल डिस्‍क के अंदर बैठता है।  लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, इस डिस्‍क को ‘प्रोटोस्टेलर डिस्क' के रूप में जाना जाता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रह्मांड में इस तरह की डिस्‍क व्‍यापक रूप से फैली हुई हैं। ये तारों के लिए फ्यूल का काम करती हैं और युवा तारों को लाखों साल में एक बड़ा और चमकीला सूरज बनने में मदद करती हैं। लेकिन खगोलविदों ने ऐसा पहले कभी नहीं देखा कि एक आकार में एक छोटी आकाशगंगा दिखने वाली यह चीज हमारी आकाशगंगा के केंद्र में खतरनाक तरीके से परिक्रमा कर रही हो।  सवाल उठता है कि यह छोटी सर्पाकार आकृति कैसे आई और क्‍या ऐसी और भी हैं। नेचर एस्‍ट्रोनॉमी में प्रक

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में आती है भयंकर बदबू, वजह जानकर नहीं रुकेगी आपकी ‘हंसी’

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इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) को अंतरिक्ष में यात्रियों का घर कहा जाता है। यात्री जब स्‍पेस स्‍टेशन के लिए उड़ान भरते हैं, तो पृथ्‍वी पर लाखों लोगों के लिए यह कौतुहल होता है कि वह वहां किस तरह से रहते होंगे। अंतरिक्ष में यात्रियों के पास तमाम सुविधाएं होती हैं, इसके बावजूद एक समस्‍या उन्‍हें सताती है। स्‍पेस स्‍टेशन में लंबा वक्‍त गुजारने वाले एक यात्री ने इसका खुलासा किया है, जिसके बारे में जानकर आपके चेहरे पर भी मुस्‍कुराहट बिखर जाएगी। अंतरिक्ष यात्री ने बताया है कि इंटरनेशनल स्‍पेस स्टेशन से एक ‘बारबेक्यू' की तरह बदबू आती है, क्योंकि ऑर्बिट में अंतरिक्ष यात्री ज्‍यादा गैस पास करते हैं।  डेली स्‍टार की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में स्‍पेस स्टेशन पर 186 दिन बिताने वाले 50 वर्षीय टिम पीक ने एक पॉडकास्ट के दौरान 8 साल के बच्चे द्वारा पूछे गए एक सवाल में जवाब में यह हैरान करने वाली बात बताई।   टिम पीक से पूछा गया था कि स्‍पेस स्‍टेशन में हेलमेट पहनने के बाद अंतरिक्ष में डकार आना उन्‍हें कैसा लगता है? टिम ने कहा कि यह एक अच्‍छा सवाल है। उन्‍होंने खुलासा किया कि वास्‍तव में यात्

द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) कौन हैं?

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First Published: June 22, 2022 | Last Updated:June 22, 2022 हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामित किया है। चुनाव जीतने के बाद वे भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं। उनका जन्म 20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ था। वे आदिवासी समाज से सम्बंधित हैं। उन्हें 1997 में रायरंगपुर नगरपंचायत का कौंसिलर चुना गया था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन (स्वतंत्र प्रभार) और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं। उन्हें 2007 में ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थीं। वह भारतीय राज्य में राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने व

भारतीय नौसेना का ऑपरेशन संकल्प (Operation Sankalp) : मुख्य बिंदु

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First Published: June 22, 2022 | Last Updated:June 22, 2022 भारतीय नौसेना का स्टेल्थ फ्रिगेट INS तलवार, वर्तमान में “ऑपरेशन संकल्प” के लिए तैनात है। यह फ्रिगेट भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा के लिए खाड़ी में भारतीय नौसेना की उपस्थिति के लगातार तीसरे वर्ष का स्मरण कर रहा है। ऑपरेशन संकल्प (Operation Sankalp) भारतीय नौसेना ने ओमान की खाड़ी में व्यापारी जहाजों पर हमलों के बाद क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बाद 19 जून, 2019 को खाड़ी क्षेत्र में ऑपरेशन संकल्प शुरू किया था। यह होर्मुज जलडमरूमध्य से गुजरने वाले भारतीय ध्वज वाले जहाजों के सुरक्षित मार्ग को सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया था। यह ऑपरेशन विदेश मंत्रालय, जहाजरानी मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय सहित हितधारकों के साथ मिलकर चलाया जाता है। इसके तहत भारतीय नौसेना खाड़ी क्षेत्र की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। यह समुद्री व्यापार की सुरक्षा के साथ-साथ भारतीय ध्वज वाले व्यापारी जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस क्षेत्र में उपस्थिति बनाए ह

कोंकण रेलवे नेटवर्क का 100% विद्युतीकरण किया गया

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First Published: June 22, 2022 | Last Updated:June 22, 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को कोंकण रेलवे  मार्ग के 100% विद्युतीकरण को समर्पित करेंगे। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रत्नागिरी, मडगांव और उडुपी से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलने वाली ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। कोंकण रेलवे का विद्युतीकरण कोंकण रेलवे ने मार्च 2022 में मुंबई के पास रोहा से मंगलुरु के ठोकुर तक अपने 741 किमी के मार्ग का विद्युतीकरण किया था। 741 किलोमीटर के नेटवर्क को 28 मार्च, 2022 को ट्रेनों के संचालन के लिए प्रमाणित किया गया था। यह भारत के रेलवे विद्युतीकरण के सबसे बड़े हिस्सों के हरित परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कोंकण रेलवे भारतीय रेलवे नेटवर्क पर भारत के सबसे बड़े रेलवे मार्गों में से एक है। इस रूट पर चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन वाली ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इस मार्ग के विद्युतीकरण से ईंधन व्यय में 150 करोड़ रुपये की बचत होने की संभावना है। कोंकण रेलवे कोंकण रेलवे का संचालन कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन द्वारा किया जाता है। इसका मुख्यालय

June 22 Today in Indian History

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Historical Events 1944 British 14th Army frees Imphal, Assam from the Japanese Historic Event 1946 Speaking at a prayer meeting in New Delhi, Gandhi calls on the South African government to stop 'hooliganism' by Whites Pacifist and Spiritual Leader Mahatma Gandhi 2012 Cult Bollywood film "Gangs of Wasseypur Part 1" directed by Anurag Kashyap is released in India More Indian History Famous Birthdays 1932 Amrish Puri, Indian actor (Indiana Jones and the Temple of Doom- Mola Ram, Mr. India- Mogambo), born in Lahore, Punjab (d. 2005) Vijay 1974 [C. Joseph] Vijay, Indian actor and singer (Poove Unakkaga), born in Madras (now Chennai), India Actor and Singer Vijay 1975 Laila Rouass, Moroccan-Indian actress Famous Deaths 1699 Josiah Child, English Governor of the East India Company (b. 1630) https://myrevolution.in/today-in-history/june22today-in-indian-history/?feed_id=25220&_unique_id=62b26ef7c921d

इंसान अपने शरीर के इस अंग से भी ले सकते हैं सांस, जानकर रह जाएंगे दंग

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वैज्ञानिकों द्वारा तरह-तरह की स्टडी की जाती है, जिसमें कई ऐसे तथ्य सामने आते हैं, जो आपको चौंका सकते हैं। एक लेटेस्ट स्टडी में भी ऐसी जानकारी निकलकर सामने आई है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे, या यूं कहो की आप उसे मानने के लिए शायद राजी भी न हो। वैज्ञानिकों की एक टीम ने पता लगाया है कि गुदा से सांस लेना संभव है। जी हां, आपने सही पढ़ा, इस स्टडी में दावा किया गया है कि यह खोज भविष्य में इंसानों की भी जान बचाने के काम आएगी। Science Direct ने MED में पब्लिश एक रिसर्च का हवाला देते हुए बताया कि गुदा से सांस लेना भी संभव है। वैज्ञानिकों के एक समूह ने कछुओं के धीमे मेटाबॉलिज्म के आधार पर सूअरों और चूहों पर कई प्रयोग किए। इसमें म्यूकोसल लाइनिंग को पतला करने के लिए जानवरों की आंतों को साफ किया गया, जिससे खून के प्रवाह में बाधा को कम किया जा सके। इसके बाद उन जानवरों को एक ऐसे कमरे में रखा गया जहां ऑक्सीजन नहीं थी। ऐसा माना जाता है कि क्योंकि कछुओं के पास इस तरह की परत होती है, वे अपने गुदा के जरिए सांस लेने में सक्षम होते हैं, जिसकी वजह से वो सर्दियों में जीवित रहने में सक्षम होते हैं। रिपोर्ट

सूर्य पर दिखा सनस्‍पॉट 24 घंटे में दोगुना बढ़ा, विस्‍फोट हुआ तो पृथ्‍वी तक हो सकता है असर

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सूर्य हमारी आकाशगंगा का सबसे अहम हिस्‍सा है। इसी की वजह से पृथ्‍वी पर जीवन है। ऐसे में सूर्य में होने वाली घटनाओं पर वैज्ञानिकों की हर पल नजर रहती है। एक्‍सपर्ट सूर्य पर दिखाई दे रहे एक ‘विशाल सनस्पॉट' पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। इसका आकार पिछले 24 घंटों में दोगुना हो गया है। बताया जाता है कि सोलर सर्फेस पर मौजूद यह अस्थिर पैच सीधे पृथ्वी की ओर मौजूद है। अगर यह फट जाता है तो सूर्य से पृथ्‍वी के रास्‍ते में एक सोलर फ्लेयर भड़क सकता है।  आगे बढ़ें, उससे पहले सोलर फ्लेयर को समझ लेना चाहिए। जब सूर्य की चुंबकीय ऊर्जा रिलीज होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी और पार्टिकल्‍स से सौर फ्लेयर्स बनते हैं। हमारे सौर मंडल में ये फ्लेयर्स अबतक के सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं, जिनमें अरबों हाइड्रोजन बमों की तुलना में ऊर्जा रिलीज होती है। इनमें मौजूद एनर्जेटिक पार्टिकल्‍स प्रकाश की गति से अपना सफर तय कोरोनल मास इजेक्शन भी होता है। द सन की रिपोर्ट के अनुसार, इस सोलर फ्लेयर के अभी पृथ्‍वी से टकराने की उम्‍मीद नहीं है, लेकिन अगर सनस्‍पॉट बढ़ता रहा, तो यह अस्थिर तरीके से व्‍यवहार कर सकता है। AR3038 नाम क

जल प्रबंधन पर हरियाणा और इज़रायल ने संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए

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First Published: June 21, 2022 | Last Updated:June 21, 2022 हाल ही में, इज़रायल और हरियाणा सरकार ने क्षमता निर्माण और एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन में एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए। मुख्य बिंदु  यह संयुक्त घोषणा एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि भारत और इज़रायल 30 साल के पूर्ण राजनयिक संबंधों का जश्न मना रहे हैं। जल सुरक्षा हमेशा से द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। समझौते के बारे में इस समझौते के तहत, इज़रायल अपनी सबसे उन्नत और अत्याधुनिक जल प्रौद्योगिकियों, विशेषज्ञता और जानकारी को हरियाणा सरकार के साथ साझा करेगा। दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने के लिए इजरायल भारत में अपने सभी भागीदारों के साथ मिलकर काम करेगा। इस संयुक्त घोषणा के माध्यम से, इज़रायल और हरियाणा सरकार जल प्रबंधन क्षेत्र में मौजूदा संबंधों को मजबूत करने, क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और हरियाणा में सार्वजनिक जल क्षेत्रों में जल संसाधनों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। भारत-इजरायल राजनयिक संबंध भारत ने 1950 में इज़रायल को आधिक

21 जून: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day)

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First Published: June 21, 2022 | Last Updated:June 21, 2022 हर साल दुनिया भर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, इसका उद्देश्य योग के लाभ के बारे में जागरूकता फैलाना है और लोगों को अपने स्वास्थ्य के परत सचेत करना है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पहली बार वर्ष 2015 में मनाया गया था। इस दिन को मनाने का उद्देश्य योग का अभ्यास करने के लाभों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। थीम : Yoga For Humanity इस वर्ष की थीम वैश्विक महामारी के समय योग के महत्व पर केंद्रित है। चूंकि दुनिया भर के अधिकांश देश लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन कर रहे हैं, कई आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं, जो नौकरी की असुरक्षा, आर्थिक रूप से आदि के कारण तनाव के परिणामस्वरूप व्यक्तियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। . अनिश्चितता के इस समय में स्वास्थ्य में सुधार के साधन के रूप में, योग के ऐसे लाभ हैं जो किसी व्यक्ति को मानसिक शान्ति, लचीलेपन और फिटनेस को बढ़ाकर तनाव से निपटने में मदद कर सकते हैं। इंटरनेट पर उपलब्ध विभ

हिमाचल प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक उत्सव “उन्मेश” (Unmesh) का आयोजन किया गया

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First Published: June 21, 2022 | Last Updated:June 21, 2022 शिमला के गेयटी थिएटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक उत्सव “उन्मेश” का आयोजन किया गया। इसे आधिकारिक तौर पर 16 जून, 2022 को शुरू किया गया था। उन्मेश महोत्सव उन्मेश महोत्सव 15 देशों के लगभग 425 लेखकों, कवियों, आलोचकों, अनुवादकों और उल्लेखनीय हस्तियों को एक साथ ला रहा है, जो 60 से अधिक भाषाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस उत्सव के दौरान, नागरिक अधिकार आंदोलन से संबंधित 1,000 से अधिक पुस्तकों को प्रदर्शित किया गया है। उन्मेश अभिव्यक्ति का उत्सव है। यह उत्सव भारत का अब तक का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक उत्सव है। गीतांजलि श्री का भाषण गीतांजलि श्री बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका हैं। इस उत्सव के दौरान, उन्होंने भारतीय भाषाओं में महिलाओं के लेखन के बारे में बात की। उत्सव का आयोजन कौन कर रहा है? उन्मेश महोत्सव का आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और साहित्य अकादमी द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार के कला और संस्कृति विभाग के सहयोग से किया गया। यह आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप

HomoSEP: सेप्टिक टैंक को साफ करने के लिए IIT मद्रास ने रोबोट बनाया

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First Published: June 21, 2022 | Last Updated:June 21, 2022 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास ने सेप्टिक टैंक को साफ करने और भारत में हाथ से मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने के लिए एक रोबोट विकसित किया है। इसे फील्ड में लगाने की तैयारी है। इस रोबोट का नाम HomoSEP है। मुख्य बिंदु  पूरे तमिलनाडु में कुल दस रोबोट तैनात करने की योजना है। शोधकर्ता स्थानों की पहचान के लिए स्वच्छता कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं। महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ स्थानों पर भी विचार किया जा रहा है। यह रोबोट किसने विकसित किया है? HomoSEP रोबोट को IIT मद्रास के प्रो. प्रभु राजगोपाल के नेतृत्व में एक टीम ने IIT मद्रास-इनक्यूबेटेड स्टार्ट-अप सोलिनास इंटीग्रिटी प्राइवेट लिमिटेड (Solinas Integrity Private Limited) के सहयोग से विकसित किया है। यह सफाई कर्मचारी आंदोलन  एनजीओ द्वारा भी समर्थित है, जो भारत में मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने के लिए समर्पित है। सेप्टिक टैंक कैसे खतरनाक हैं? सेप्टिक टैंक एक जहरीला वातावरण है। यह अर्ध-ठोस और अर्ध-द्रव मानव मल सामग्री से भरा होता है।

यूनेस्को रिजर्व सूची में खुव्सगुल झील राष्ट्रीय उद्यान (Khuvsgul Lake National Park) को शामिल किया गया

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First Published: June 21, 2022 | Last Updated:June 21, 2022 मंगोलिया के खुव्सगुल झील राष्ट्रीय उद्यान (Khuvsgul Lake National Park) को यूनेस्को द्वारा बायोस्फीयर रिजर्व के विश्व नेटवर्क (World Network of Biosphere Reserves) में जोड़ा गया है। मुख्य बिंदु  यह फैसला International Co-ordinating council of Man and Biosphere Programme के 34 वें सत्र के दौरान लिया गया। यह कार्यक्रम फ्रांस के पेरिस में हो रहा है। मैन एंड बायोस्फीयर प्रोग्राम एक अंतर सरकारी वैज्ञानिक कार्यक्रम है। इसकी स्थापना 1970 के दशक की शुरुआत में यूनेस्को द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य लोगों और उनके वातावरण के बीच संबंध बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक आधार स्थापित करना है।खुव्सगुल झील ( खुव्सगुल झील (Khuvsgul Lake) खुव्सगुल झील उत्तरी मंगोलियाई प्रांत खुव्सगुल में रूसी सीमा के पास स्थित है। यह मंगोलिया के मीठे पानी का 70% है। यह झील समुद्र तल से लगभग 1645 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह 135 किमी लंबी और 262 मीटर गहरी झील है। मंत्रालय के अनुसार, मंगोलिया से अब तक कुल

June 21 Today in Indian History

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Historical Events 1921 The UK, the Dominions, and India, become the British Commonwealth of Nations Historic Event 1948 Lord Mountbatten resigns as Governor General of India (formerly the last Viceroy) Supreme Allied Commander and Last Viceroy of India Lord Mountbatten 1991 P. V. Narasimha Rao becomes Prime Minister of India as head of a Congress Party minority government 2015 94 people die & 45 are hospitalized after drinking moonshine in Mumbai, India More Indian History https://myrevolution.in/today-in-history/june21today-in-indian-history/?feed_id=25173&_unique_id=62b11cfb58451

न्‍यूजीलैंड के आसमान में घूमती नीली चीज को लोगों ने समझा एलियन एयरक्राफ्ट, Elon Musk से जुड़ा है सच!

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एलियंस की खोज में व्‍याकुल यह दुनिया कई दफा वैज्ञानिक मिशनों को भी उनसे जोड़ देती है। शायद न्‍यूजीलैंड में भी ऐसा ही कुछ हुआ है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रविवार रात न्‍यूजीलैंड के आकाश में लोगों ने सर्पिल आकार में नीली रोशनी को देखा। ज्‍यादातर ने यही कयास लगाए कि वह एक एलियन एयरक्राफ्ट हो सकता है। घटना रविवार शाम 7.30 बजे के आसपास की और नेल्‍सन शहर की बताई जा रही है। बताया जाता है कि वहां लोगों ने आकाश में एक धुंधली सर्पिल आकृति देखी, जो नीले रंग की थी। कई लोगों ने इससे जुड़ी तस्‍वीरों को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है।   शुरुआती यकीन भले ही एलियन एयरफ्राफ्ट को लेकर है, लेकिन इसे एक अलग तरह की घटना माना जा रहा है। बताया जाता है कि यह अरबपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा लॉन्च किए गए एक रॉकेट की वजह से हुआ है। फाल्‍कन-9 रॉकेट को रविवार की सुबह फ्लोरिडा में केप कैनावेरल से लॉन्‍च किया गया था। यह अपने साथ एक उपग्रह को लेकर गया है, जिसे ऑर्बिट में स्‍थापित किया जाना है।  घटना की तस्‍दीक न्यू प्लायमाउथ एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ने भी अपने फेसबुक पोस्‍ट में की है। बताया है कि आकाश म

प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन किया गया

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून, 2022 को प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना के एक हिस्से के रूप में बहुप्रतीक्षित सुरंग और छह अंडरपास का उद्घाटन किया। प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर ( Pragati Maidan Integrated Transit Corridor) इस ट्रांजिट कॉरिडोर से 1 लाख यात्रियों के लिए यातायात आसान होने की संभावना है। यह कॉरिडोर 920 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। यह कॉरिडोर प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र के लिए परेशानी मुक्त और सुगम पहुंच प्रदान करेगा। यह प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए प्रदर्शकों और आगंतुकों की आसान भागीदारी की सुविधा प्रदान करेगा। गलियारे की विशेषताएं प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर 1.36 किलोमीटर लंबी सुरंग है। इसमें छह लेन हैं, दोनों तरफ तीन लेन का कैरिजवे है। यह पुराना किला रोड और प्रगति मैदान के माध्यम से

RBI ने ‘Payments Vision 2025’ दस्तावेज़ जारी किया

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 17 जून, 2022 को, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भुगतान प्रणालियों के लिए एक दस्तावेज़ में डिजिटल वित्त के आर्किटेक्चर पर अपना दृष्टिकोण जारी किया। Payments Vision 2025 इस दस्तावेज़ में शामिल हैं: भुगतान में बिगटेक और फिनटेक के लिए विनियम “Buy Now Pay Later” (BNPL) सेवाओं के साथ भुगतान पर दिशानिर्देश केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) की शुरुआत क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ बैंकिंग उत्पादों के क्रेडिट घटकों को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से जोड़ना। दस्तावेज़ का उद्देश्य पेमेंट्स विज़न 2025 दस्तावेज़ का उद्देश्य प्रत्येक यूजर को एक सुरक्षित और किफायती ई-भुगतान विकल्प प्रदान करना है। लक्ष्य  RBI  द्वारा 2025 तक की जाने वाली गतिविधियों को पांच प्रमुख लक्ष्य पदों के तहत वर्गीकृत किया गया है, अर्थात् “अखंडता, नवाचार, समावेश, संस्थागतकरण और अंतर्राष्ट्रीयकरण”। इन लक्ष्य में 47 पहलें शामिल हैं जिनके द्वारा RBI का लक्ष्य 10 परिणाम प्राप्त करना है, जिसमें शामिल हैं: डिजिटल भुगतान लेनदेन की

चीन ने सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक विमानवाहक पोत “फ़ुज़ियान” (Fujian) लॉन्च किया

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 17 जून, 2022 को चीन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपनी नौसेना की सीमा का विस्तार करने के लिए “फ़ुज़ियान” नाम से अपना तीसरा विमानवाहक पोत लॉन्च किया। फ़ुज़ियान विमानवाहक पोत ( Fujian Aircraft Carrier) यह विमानवाहक पोत सबसे उन्नत और पहला “पूरी तरह से घरेलू रूप से निर्मित” नौसैनिक पोत है। इसे शंघाई के जियांगन शिपयार्ड में एक संक्षिप्त समारोह में लॉन्च किया गया। यह पहला घरेलू डिजाइन और निर्मित कैटापल्ट विमानवाहक पोत है। पृष्ठभूमि शंघाई के COVID-19 लॉकडाउन के कारण फ़ुज़ियान जहाज के  लांच में दो महीने की देरी हुई। इस जहाज का निर्माण किसने किया? यह विमानवाहक पोत चाइना स्टेट शिपबिल्डिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। फ़ुज़ियान की विशेषताएं फ़ुज़ियान में 80,000 टन से अधिक की विस्थापन क्षमता है। यह अरेस्टिंग डिवाइसेस और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापल्ट्स से लैस है। इसका नाम चीन के फ़ुज़ियान प्रांत के नाम पर रखा गया है। चीन के अन्य विमानवाहक पोत लियाओनिंग (Liaoning) चीन का पहला विमानवा

तमिलनाडु की ‘एन्नम एझुथुम’ (Ennum Ezhuthum) योजना क्या है?

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य में “एन्नम एझुथम योजना” लांच की। ‘एनम एझुथुम’ (Ennum Ezhuthum) योजना यह योजना COVID-19 महामारी के परिणामस्वरूप 8 वर्ष से कम आयु के छात्रों के बीच सीखने की खाई को पाटने के लिए शुरू की गई है। इसका उद्देश्य 2025 तक मूलभूत संख्यात्मकता (foundational numeracy) और साक्षरता (literacy) सुनिश्चित करना है। कार्यपुस्तिका का वितरण एन्नम एझुथम योजना के तहत, शिक्षा विभाग सीखने की खाई का आकलन करने और उसे पाटने के लिए कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों को कार्यपुस्तिका वितरित करेगा। शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम इस लॉन्च से पहले शिक्षकों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था और उनके बीच हैंडबुक वितरित की गई थी। उन्हें सलाह दी गई थी कि वे इंटरएक्टिव लर्निंग मेथड को चुनें और छात्रों को स्कूल लाइब्रेरी में किताबें और अखबार पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। यह योजना क्यों शुरू की गई? यह योजना तमिलनाडु राज्य के स्कूलों को कोविड -19 महामारी

भारत ने तटीय सफाई अभियान की घोषणा की

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 16 जून, 2022 को केंद्र सरकार ने 2022 में 75 समुद्र तटों के लिए तटीय सफाई पहल की घोषणा की। मुख्य बिंदु  केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, पृथ्वी भवन में आयोजित एक बैठक के दौरान इसकी घोषणा की। तटीय सफाई अभियान 3 जुलाई से शुरू होगा और 17 सितंबर, 2022 को समाप्त होगा। इस वर्ष, 17 सितंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई दिवस 2022’ भी मनाया जाएगा। अभियान का उद्देश्य यह तटीय सफाई अभियान भारतीय तटों से लगभग 1,500 टन अपशिष्ट पदार्थ को साफ करने के उद्देश्य से शुरू किया जाएगा। इस कदम से न केवल पर्यटकों या स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि जलीय जीवन और समुद्री जानवरों को भी राहत मिलेगी, जो तटों पर कूड़े के ढेर से संकटग्रस्त हैं। यह सफाई अभियान क्यों महत्वपूर्ण है? यह सफाई अभियान महत्वपूर्ण है, क्योंकि समुद्र में एक घंटे तक तैरने वाला एक सिगरेट का बट भी आठ लीटर पानी को प्रदूषित कर सकता है। इसे साफ करने से समुद्री भोजन और पानी से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं।

नई खोज : 43 करोड़ साल से लग रही जंगलों में आग, वैज्ञानिकों ने खोज निकाली वह जगह

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जंगलों में लगने वाली आग ने हाल के वर्षों में जानवरों और स्थानीय लोगों के लिए खतरा पैदा किया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जंगलों में आग करोड़ों वर्षों से लगती रही है। वैज्ञानिकों ने दुनिया के सबसी पुरानी जंगल की आग की खोज की है। वेल्स (Wales) और पोलैंड (Poland) में पाए गए 43 करोड़ वर्ष पुराने चारकोल की मदद से इसका पता चला है। यानी 43 करोड़ साल पहले जंगलों में आग लगती थी। इससे पता चलता है कि सिलुरियन (Silurian period) काल के दौरान पृथ्वी पर जीवन कैसा था। उस समय पौधे का जीवन दोबारा जीवन के लिए काफी हद तक पानी पर निर्भर होता था। सूखे इलाकों में पौधों के पनपने की संभावना नहीं होती थी। तब जंगलों में आग ज्‍यादातर बार छोटी वनस्‍पति के जरिए ही लगती थी।  रिसर्चर्स के अनुसार, प्राचीन फंगस ‘प्रोटोटैक्साइट्स' (Prototaxites) पेड़ों के बजाए पर्यावरण पर हावी रहे होंगे। इनके सटीक आकार का तो पता नहीं, पर कहा जाता है कि यह लगभग 30 फीट की ऊंचाई तक रहे होंगे।  रिपोर्ट के अनुसार, जंगल की आग को लंबे समय तक टिके रहने के लिए ईंधन की जरूरत होती होगी। यह काम पौधे करते होंगे। इसके अलावा, आग लगने के लिए ब

क्‍या चांद पर दोबारा जा सकेगा इंसान? Nasa आर्टेमिस 1 मिशन की रिहर्सल शुरू, देखें लाइव

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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) एकबार फ‍िर से इंसान को चंद्रमा पर भेजना चाहती है। उसने इसके लिए आर्टेमिस मिशन तैयार किया है। आर्टेमिस 1 (Artemis 1) इसकी शुरुआत होगा। इस मिशन के लिए नासा अबतक का सबसे पावरफुल रॉकेट तैयार कर चुकी है। इसका नाम स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट है। दो महीने पहले यानी अप्रैल में अंतरिक्ष एजेंसी ने इस रॉकेट को वेट ड्रेस रिहर्सल की प्रक्रिया से गुजारा था। इस प्रक्रिया में रॉकेट को टेस्‍ट किया जाता है। हालांकि तकनीकी खामियां सामने आने की वजह से वेट ड्रेस रिहर्सल पूरी नहीं हो पाई। मिशन को लॉन्‍च करने के लिए इस रॉकेट का वेट ड्रेस रिहर्सल पूरा करना जरूरी है। यही वजह है कि एक बार फ‍िर से नासा इस मिशन के लिए यह रिहर्सल दोहराने जा रही है।     रिपोर्टों के अनुसार, वेट ड्रेस रिहर्सल टेस्ट शुरू करने के लिए फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में मिशन टीम ने लॉन्च कंट्रोल सेंटर में अपने स्टेशनों की जांच की। रिहर्सल की उल्‍टी गिनती शुरू हो गई है। करीब 45 घंटे बाद यानी कल दोपहर 12.10 बजे रॉकेट को परखा जाएगा। ध्‍यान रहे कि वेट ड्रेस रिहर्सल वह प्रक्रिया है, जिसम

20 जून: विश्व शरणार्थी दिवस (World Refugee Day)

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 दुनिया भर में शरणार्थियों को सम्मानित करने के लिए, 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस मनाया जा जाता है। पहली बार विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून, 2001 को मनाया गया था। महत्व संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार आतंक, युद्ध और संघर्ष से बचने के लिए हर 1 मिनट में 20 लोग अपने घर से भागने को मजबूर हैं। 2019 के अंत तक, दुनिया में जबरन विस्थापित होने वाले लोगों के अनुमानित संख्या लघभग 79.5 मिलियन है। तमाम दुर्दशा के बावजूद, दुनिया भर में शरणार्थियों द्वारा दिखाए गए साहस और लचीलेपन को आज मनाया जा रहा है ताकि उन्हें और मजबूत किया जा सके और उन्हें यह एहसास दिलाया जा सके कि वे न केवल जीवित रहेंगे, बल्कि अपने अधिकारों और सपनों को प्राप्त करने की दिशा में भी कामयाब होंगे। इसके लिए, दुनिया भर की सरकारों को शरणार्थियों की रक्षा और समर्थन के लिए इस तिथि पर अपने कर्तव्यों का एहसास कराया जाता है। संघर्षों और आतंक के अलावा, आज दुनिया में कई शरणार्थी ऐसे भी हैं जिन्हें प्राकृतिक आपदाओं जैसे सुनामी, भूकंप, बाढ़ आदि

बालिका पंचायत पहल (Balika Panchayat Initiative) क्या है?

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First Published: June 20, 2022 | Last Updated:June 20, 2022 भारत की पहली बालिका पंचायत, जिसे “बालिका पंचायत” कहा जाता है, गुजरात के कच्छ जिले के कई गांवों में शुरू की गई थी। बालिका पंचायत पहल बालिका पंचायत पहल लड़कियों के सामाजिक और राजनीतिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ राजनीति में लड़कियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह पहल किस विभाग ने शुरू की? बालिका पंचायत पहल गुजरात सरकार के महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग द्वारा शुरू की गई थी। इसे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू किया गया है। गुजरात के किस जिले को होगा फायदा? वर्तमान में यह पहल गुजरात के कच्छ जिले के कुनारिया, मोटागुआ, मस्का और वडसर गांवों में शुरू की गई है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय पूरे भारत में बालिका पंचायत शुरू करने की योजना बना रहा है। बालिका पंचायत का प्रबंधन कौन करता है? “बालिका पंचायत” का प्रबंधन 11-21 वर्ष की आयु के लोग करते हैं। बालिका पंचायत के उद्देश्य बालिका पंचायत का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के सामाजिक और राजनीतिक विकास

June 20 Today in Indian History

Historical Events 1756 Black Hole of Calcutta: 146 British soldiers, Anglo-Indian soldiers and Indian civilians are imprisoned in a small dungeon in Calcutta, India where most die from suffocation and heat exhaustion 1756 Siraj ud-Daulah Nawab of Bengal takes Calcutta from the British More Indian History Famous Birthdays 1952 Vikram Seth, Indian poet and novelist (A Suitable Boy), born in Calcutta, India https://myrevolution.in/today-in-history/june20today-in-indian-history/?feed_id=25116&_unique_id=62afcaf0608d7

चीन निकला NASA से दस कदम आगे, बना रहा दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे पावरफुल टेलीस्कोप!

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दुनिया की सबसे घनी आबादी वाला देश अब दुनिया का सबसे बड़ा टेलीस्कोप भी लगाने की तैयारी कर चुका है। चीन और अमेरिका का तनाव किसी से छुपा नहीं है लेकिन तकनीकी के मामले में भी चीन अमेरिका से पीछे नहीं रहना चाहता है। चीन अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा से 10 कदम आगे निकलने की तैयारी कर चुका है और सब उसके प्लान के मुताबिक हुआ तो वह दुनिया का सबसे बड़ा टेलीस्कोप जल्द ही स्थापित करने में कामयाब हो जाएगा। चीन ने इसे वेरी लार्ज एरिया गामा रे स्पेस टेलीस्कोप (Very Large Area gamma-ray Space Telescope) का नाम दिया है। इसका संक्षिप्त नाम VLAST रखा गया है। टेलीस्कोप का कुछ हिस्सा बनकर तैयार भी हो चुका है।  South China Morning Post की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे बड़ा गामा-रे स्पेस टेलीस्कोप बनाना शुरू किया है जिसके जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है। नानजिंग पर्पल माउंटेन ऑब्जर्वेटरी, हेफई यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस और लेनझू इंस्टिट्यूट ऑफ मॉडर्न फिजिक्स के शोधकर्ता इस प्रोजेक्ट को मिलकर तैयार कर रहे हैं। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तकनीकी रूप से यह टेलीस्कोप कितना एडवा